Kitchen – Pharmacy

हमारे इर्द-गिर्द कई ऐसी वस्तुएं होती हैं, जिनके गुणों की हमें जानकारी नहीं होती। न ही हम उनके प्रयोग की विधि जानते हैं। बीमारी आदि की स्थिति में तो ठीक है, परन्तु छोटी-मोटी शारीरिक समस्याओं से भी परेशान होकर, हम सीधा डॉक्टर की शरण में चले जाते हैं। कुछ तकलीफों का इलाज हम घर बैठे ही कर सकते हैं।…

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Desi Cow Ghee

गाय के घी को अमृत कहा गया है, यह अमृत युवावस्था को कायम रखते हुए वृद्धावस्था को दूर रखता है, गाय के घी से बेहतर कोई दूसरी चीज इस संपूर्ण पृथ्वी पर नहीं है। संपूर्ण जगत में विचरण करने वाले प्राणियों में गाय को भारत वर्ष में मां का दर्जा दिया गया है, इसी कारण हिन्दु धर्म में गाय…

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Nutritive Sprouts

अंकुरित अन्न को जीवंत आहार की संज्ञा दी गई है। भुने हुए बीज खेत में बोने पर न तो वे उगते हैं और न पौधों के रूप में विकसित होते हैं, वरन जमीन पर पड़े पड़े सड़ जाते हैं। लगभग यही स्थिति आग पर पकाए जाने वाले खाद्यान्न की होती है। इस तरह के खाद्य पदार्थ निष्प्राण एवं सत्त्वहीन…

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High Fiber Diet for Good Health

वर्तमान में जीवनशैली को कथित रूप से आधुनिक बनाकर हम तंदुरुस्ती से दूर होते जा रहे हैं, जो विडंबना ही है। वर्तमान की भागदौड़ भरी जिंदगी में अनेक तरह की बीमारियां हमें घेर चुकी हैं लेकिन सबसे ज्यादा परेशान करती हैं- पेट की बीमारियां। आज ज्यादातर लोग कब्ज, पेट दर्द, एसिडिटी, जलन, खट्टी डकारों जैसे पेट के विकारों से…

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Vitamins for Nutrition

विटामिन शब्द लैटिन के ‘व्यटा’ और ‘अमिन’ इन दो शब्दों से बना है। व्यटा याने ‘जीवन’ और अमिन याने ‘रसायन’ अर्थात् जीवनदायी रसायन । अन्न घटकों से जो ऊर्जा निर्माण होती है, उसका चयापचय करने के लिये विटामिन्स की अत्यंत आवश्यकता होती है। जिससे मनुष्य की शक्ति, उत्साह और आयु बढ़ती है। हर विटामिन अलग-अलग कार्य करता है। विटामिन्स…

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Agnikarma in corn

Agnikarma in corn

पैर के तलवे में होने वाली मामूली सी तकलीफ कॉर्न इतनी पीड़ादायक होती है कि रोगी का चलना भी मुश्किल कर देती है । जरा सी ठोकर लगने पर रोगी कराह उठता है । न जाने कितने उपाय व चिकित्सा करता है परंतु राहत नहीं पाता ऐसे केसेस में आयुर्वेद की अग्निकर्म चिकित्सा के उत्तम परिणाम मिलते है ।…

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Panchkarma- key of Health

Panchkarma Swasthya Ki Kunji

इस धरती पर सर्वश्रेष्ठ प्राणी मानव है। आध्यात्मिक धारणाओं के अनुसार हमें मनुष्य जन्म चौरासी लाख योनियों में जन्म लेने के पश्चात मिलता है। मानव जीवन के 4 पुरुषार्थ है-धर्म, अर्थ, काम एंव मोक्ष। इन चारों पुरुषार्थो की प्राप्ति हेतु शरीर का स्वस्थ रहना अंत्यत आवश्यक है क्योंकि- ’’धर्मार्थ काम मोक्षाणां आरोग्यं मूलमुत्तमम्’’ ’’शरीरमा़द्यं धर्म खलु साधनम्’’    धर्म…

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Panchkarma-in Arthritis

वातरोग दुश्चिकित्सीय व्याधियां हैं सिर्फ औषधि पर निर्भर रहकर इस रोग में लाभ नहीं हो सकता औषधि के साथ-साथ आयुर्वेदीय पंचकर्म चिकित्सा का भी इस व्याधि मैं महत्व है। इस व्याधि में उपयोगी पंचकर्म चिकित्सा का वर्णन इस लेख के माध्यम से कर रहे है। जोड़ों के दर्द से परेशान कई रोगी सामान्यतः दर्द निवारक औषधियां खाकर चैन की…

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Covid Somnia

अपूर्ण अथवा अच्छी नींद नहीं होने से शारीरिक व मानसिक बीमारियां होती हैं। दुनिया में 45 प्रतिशत लोग नींद से जुड़ी बीमारियों का सामना कर रहे हैं। हाल ही में एक अध्ययन ठीक में पाया गया है कि अच्छी नींद होने से रोगप्रतिरोधक शक्ति से कम होने से कोविड जैसी बीमारी होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।…

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Stress induced diseases

आज विश्व में अधिकाधिक लोग मानसिक तनाव से ग्रसित होते जा रहे हैं। यह आधुनिक औद्योगिक समाज की देन है। आज के तथाकथित सभ्य समाज और यांत्रिक युग में मानसिक बीमारी और तनाव आम बात हो गई हैं। निराशा, हताशा, कुंठा, चिन्ता, डिप्रेशन, ऊब, भय आदि तनाव के ही पर्याय बन गए हैं। आज के वैज्ञानिक युग को चिन्ता…

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