Fatty Liver

यदि कोई रोगी दर्द से परेशान व विचलित हैं तो वह तुरंत चिकित्सा हेतु डॉक्टर के पास जाता है। लेकिन फैटी लिवर ऐसा रोग है जिसके शुरूवात में कोई लक्षण नहीं होते, दिखने में रोगी पूर्णतः स्वस्थ लगता है। खान-पान, रहन-सहन सब कुछ नार्मल होता है। इतना ही नहीं इस रोग का निदान होने पर भी लोग इसे हल्के…

Read More

Irretibale Bowel Syndrome (ग्रहणी रोग)

Irretibale Bowel Syndrome

आयुर्वेद में 13 प्रकार के अधारणीय वेगों का वर्णन है शास्त्रानुसार मल के वेग को नियमित रुप से त्याग करना निरोगी शरीर के लिए हितकारी है क्यों कि नियमित मल त्याग होने से मन शांत रहता है। दिन भर सक्रियता, स्फूर्ति, रहती है, कार्य में मन लगता है, एकाग्रता रहती है। पेट में गड़बड़ी, मरोड़, कब्ज, गैस बनना, अपच…

Read More

मोटापे से परेशानी

शरीर में अतिरिक्त चर्बी बढ़ने का प्रमुख कारण रक्त्त में कोलेस्ट्रोल की मात्र में वृद्धि हो जाना है। मोटापे के कारण हमें सामान्य कार्य करने में तो परेशानी होती ही है, कई बीमारियों की भी आशंका बनी रहती है। खान पान में मनमानी और अनियमितता से भी शरीर स्थूल हो जाता है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि हम…

Read More

महिलाओं की आम समस्या थायराइड विकार (Thyroid disorder in female)

थाइराइड ग्रंथि के हार्मोन के असंतुलित स्राव से शरीर की समस्त भीतरी कार्यप्रणालियां अव्यवस्थित हो जाती हैं। इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है, जो कि वंशानुगत भी हो सकती है। थाइराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने पर यह कई रोगों का कारण बन जाती है। भारत में 4 करोड़ से अधिक थाइराइड के मरीज हैं, इनमें…

Read More

मिर्गी समुचित उपचार से मुक्ति

प्राचीन काल से मिर्गी का अस्तित्व माना गया है। किन्तु उस काल में मिर्गी के कारणों का ज्ञान नहीं था। इसलिए उसे भूतबाधा या ईश्वर की अकृपा माना जाता था। पर आज वह बात नहीं है। कई अनुसंधान हुए हैं और विज्ञान के नित नए आविष्कारों ने आज मनुष्य की अनेक गलतफहमियों को दूर किया है। आज मिर्गी का…

Read More

Diabetes – Ayurvedic and Panchkarma Treatment

आधुनिक समय में मनुष्य के रहन-सहन व आहार-विहार में जिस तीव्र गति से परिवर्तन हुआ हैं, उससे भारतीय संस्कृति धीरे-धीरे स्वयं की पहचान खोती जा रही है। फास्ट फूड, अति गरिष्ठ भोजन, अति मिष्ठान्न का सेवन, मद्यपान व रासायनिक पेय पदार्थो का प्रचलन तथा व्यभिचार तीव्र गति से बढ़ रहा है। उद्योगों की बढ़ती संख्या, दुपहिया व चौपहिया वाहनों…

Read More

Brain Haemorrhage – Ayurvedic Treatment

आधुनिक प्रतियोगिता के युग ने मनुष्य को मशीनवत बना दिया है, निरंतर काम ही काम, बस आगे बढ़ने की होड़ ! इस अनवरत भाग दौड़ से मनुष्य सदैव तनावग्रस्त रहता है। दिमाग में हमेशा तनाव रहना अर्थात उसका कुछ न कुछ परिणाम शरीर पर होता है, यह तनाव की स्थिति अनेक कष्टों को उत्पन्न कर सकती है। इसी तनाव…

Read More

Paralysis – Ayurvedic Panchkarma Treatment

पक्षाघात अर्थात लकवा ऐसा रोग है, जिसका आक्रमण होते ही रोगी सहित उसके परिवार के सदस्य भी घबरा जाते हैं। वैद्यकीय अनुसंधानों से ज्ञात हुआ है कि इस रोग का आगमन बहुधा 35 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर ही होता है किंतु कई बार अल्पवयीन लोगों को भी इसका शिकार होते देखा गया है। महिलाओं की तुलना में…

Read More

Take Care of Your Spine

आधुनिकता की दौड़ में हम परिश्रम से दूर होकर यांत्रिक जीवन जीने लगे हैं। हमारे लगभग हर कार्य में मशीनों का प्रवेश हो गया है। चाहे चटनी बनाने या मसाले पीसने के लिए ग्राइंडर का या फिर कपड़े धोने के लिए वाशिंग मशीन का उपयोग हो, हमें ज्यादा हाथ-पैर हिलाने नहीं पड़ते। पहले महिलाएं सिलबट्टे पर चटनी पीसती थी,…

Read More

Keto Diet in Obesity

स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित आहार और व्यायाम महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आजकल जिम जाने का प्रचलन तो बढ़ ही रहा है, साथ ही मोटापा कम करने के लिए किटोजेनिक या किटो डायट व लो कार्बोहाइड्रेट डायट (LCD) को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। किटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट आहार के लिए जाना जाता है। किटो डाइट से…

Read More